द गर्ल इन रूम 105
"लेकिन तुम तो अभी-अभी वहां पहुंचे थे ना?' 'हां, लेकिन ये केवल छह घंटों की विज़िट थी। मुझे वापस भी जाना है। कल मेरे एक नए प्रोडक्ट की लॉन्चिंग है।'
'बाऊ, कैज़ी ट्रिप इंडिया से अमेरिका तक की यात्रा और वो भी महज़ चंद घंटों के लिए।' 'मुझे इस सबकी आदत है। मैं ऐसी ट्रिप्स करता रहता है। एनीवे, अब मुझे अपनी मीटिंग के लिए तैयार
होना है।"
'श्योर, टेक केयर ।'
'हे, केशव, 'रघु ने चंद सैकंड बाद मुझे मैसेज भेजा।
'हां?" “थैंक यू। मैं जानता हूं कि मैंने तुम्हें ठीक से जज नहीं किया था। लेकिन तुम्हारा सचमुच में शुक्रिया, तुम इस
मामले के लिए जो कुछ भी कर रहे हो, उसके लिए।'
'मैंने कुछ भी नहीं किया है। एक्चुअली, अभी तक तो मैं केवल नाकाम ही होता आया हूँ।'
"लेकिन तुम कोशिश तो कर रहे हो। सच कहूं तो मैं अभी भी डरा हुआ हूं। मेरे पैरेंट्स भी अभी पूरी तरह से
नॉर्मल नहीं हो सके हैं। लेकिन तुम्हें किसी चीज़ का डर नहीं है। थैंक्स ।"
'तो इशूज़। मैंने भी तुम्हें गलत ही जज किया था। तुम एक अच्छे इंसान हो।' मुझे समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या रिप्लाई करूं तो मैंने जवाब में दो स्माइलीज़ भेज दीं।
'थैंक्स, बडी चीयर्स'
'अब तुम क्या उसको हग और किस भी भेजोगे?' सौरभ ने मेरा मैसेज देखते हुए कहा ।
"क्या?" मैंने अपना फोन दूर करते हुए कहा । "ये क्या है? दो एक्स के बीच में प्यार भरी बातें?"
'तो तुम क्या पजेसिव हो रहे हो?"
'व्हॉट नॉनसेंस।'
'हां, बिलकुल यही लग रहा है। लेकिन माय गोलू बेबी, आई लव यू मैना' 'शट अप और मुद्दे की बात करो। अगर रघु ने नहीं तो जारा को ये ईयररिंग्स दी किसने?"
मैंने अपना सिर खुजाया।
"पता नहीं, मैंने कहा । 'अब हम क्या करेंगे? 'तुम्हें लगता है कि सक्सेना ने उसे ये दी होंगी?'
'तुम मजाक कर रहे हो क्या? कोई भी आईआईटी प्रोफ़ेसर इतना रोमांटिक या अमीर नहीं होता कि ऐसे
गिफ्ट्स दे सके।"
'तो फिर कौन?'
"हमें अब यही पता लगाना होगा कि जारा की जिंदगी में और कौन था?
मैंने अपने फ़ोन पर इंस्टाग्राम खोला और उसे सौरभ को दे दिया। "क्या?' सौरभ ने कहा।
'तुम्ही ने कहा था ना कि हमें उसकी सोशल मीडिया एक्टिवटीज़ को एक नज़र देख लेना चाहिए। तो वही
करते हैं।'
"उसकी तस्वीरों में फ़ौजियों जैसे दिखाई देने वाले किसी फिट आदमी की तलाश करते हैं?"
'येस सर, और ऊंचे कद वाला और गोरा चिट्टा भी, मैंने कहा।
"तुमसे ज्यादा हैंडसम और कौन हो सकता है, केशव भाई?' सौरभ ने खीसें निपोरते हुए कहा । "बैरी फनी । अब काम पर फोकस करते हैं और उसकी इंस्टाग्राम पोस्ट्स देखते हैं, मैंने कहा।
सौरभ एक-एक कर ज़ारा की पोस्ट्स देखने लगा। 'ओके, अपनी मौत से पहले जारा ने जो आखरी पोस्ट लगाई थी, उसमें रघु की तस्वीर है, जो हैदराबाद के
एक अस्पताल में भर्ती है।' 'कैप्शन क्या लिखा है?"
'ऐसे बर्थडे का क्या मज़ा, जब आपका कोई अपना आपने इतनी दूर हो और वह भी अस्पताल में मिस यू.
माय रघु,' सौरभ ने कहा ।